Lung Cancer कैंसर एक बहुत खतरनाक और घातक रोग है। इसमें फेफड़ों की सेल्स तेजी से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का निर्माण करती हैं, जिससे लंग कैंसर होता है। आमतौर पर यह बीमारी धूम्रपान करने वालों में अधिक पाई जाती है, लेकिन अब गैर-धूम्रपान करने वाले भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
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धूम्रपान नहीं करने वालों में लंग कैंसर का खतरा
दुनिया भर में लंग कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। स्मोकिंग करने वालों में इस बीमारी का खतरा अधिक होता है, लेकिन एक नई रिसर्च के अनुसार, यह बीमारी उन लोगों में भी देखी जा रही है जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया।
लैंसेट में प्रकाशित एक अध्ययन (2022) के अनुसार, दुनिया भर में 25 लाख लोगों को लंग कैंसर हुआ। यह रिपोर्ट बताती है कि सिगरेट पीने वालों की संख्या में गिरावट आई है, फिर भी लंग कैंसर के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
स्टडी क्या कहती है?
- 2022 में 53–70% लंग कैंसर के केस स्मोकिंग से जुड़े थे।
- प्रदूषित हवा (एयर पॉल्यूशन) लंग कैंसर का बड़ा कारण बन रहा है।
- भारत, चीन और थाईलैंड में लंग कैंसर का खतरा सबसे अधिक है।
- महिलाओं में लंग कैंसर के 9 लाख केसों में से 80 हजार केस वायु प्रदूषण के कारण हुए।
लंग कैंसर के कारण क्या हैं?
लंग कैंसर तब होता है जब फेफड़ों की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का निर्माण करती हैं। यह ट्यूमर श्वसन प्रणाली को बाधित करता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
मुख्य कारण:
- धूम्रपान (Smoking) – यह लंग कैंसर का सबसे बड़ा कारण है।
- वायु प्रदूषण (Air Pollution) – जहरीली हवा से फेफड़ों की कोशिकाएं नष्ट होती हैं।
- रासायनिक तत्वों का संपर्क (Exposure to Chemicals) – एस्बेस्टस, आर्सेनिक, डीजल फ्यूम्स जैसे तत्व भी खतरनाक हैं।
- जेनेटिक कारक (Genetic Factors) – पारिवारिक इतिहास वाले लोगों में इसका खतरा अधिक होता है।
लंग कैंसर के लक्षण क्या हैं?
अगर आप लंग कैंसर के शुरुआती लक्षण पहचान लेते हैं, तो समय पर इलाज संभव है।
✔ लगातार खांसी आना (जो समय के साथ गंभीर होती जाती है)
✔ खांसी में खून आना
✔ आवाज का खराब रहना या भारी हो जाना
✔ सांस लेने में दिक्कत
✔ छाती में दर्द या असहज महसूस होना
✔ वजन में अचानक कमी आना
लंग कैंसर से बचाव कैसे करें?
➡ धूम्रपान और तंबाकू से दूर रहें।
➡ घर और ऑफिस में वायु शुद्धिकरण के उपाय करें।
➡ प्रदूषित वातावरण में मास्क का इस्तेमाल करें।
➡ संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करें।
➡ समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराएं।
निष्कर्ष
लंग कैंसर सिर्फ धूम्रपान करने वालों की बीमारी नहीं है। वायु प्रदूषण, रसायनों और जेनेटिक फैक्टर्स के कारण गैर-धूम्रपान करने वाले भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
यदि समय रहते लक्षणों को पहचाना जाए और सही कदम उठाए जाएं, तो इस बीमारी से बचाव संभव है।
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